बिहार में 67 बच्चों की मौत, हर्षवर्धन जाएंगे हालात की समीक्षा करने

बिहार में 67 बच्चों की मौत, हर्षवर्धन जाएंगे हालात की समीक्षा करने

सेहतराग टीम

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और जापानी इंसेफलाइटिस (जेई), जिसे स्‍थानीय लोगों ने चमकी बुखार नाम दिया है, के कारण अबतक 67 बच्‍चों की अकाल मौत हो चुकी है और मौत का कहर थम नहीं रहा है। हालांकि डॉक्‍टरों का कहना है कि ये सभी मौते बच्‍चों में हाइपोग्‍लाइसीमिया के कारण हुई हैं। हाइपोग्‍लाइसीमिया रक्‍त में शर्करा की गंभीर कमी की स्थिति को कहते हैं। बच्‍चों में ये स्थिति अचानक कैसे बन रही है इसे लेकर अभी कोई कुछ बता पाने की हालत में नहीं है।  

कल ये आंकड़ा 63 था और आज 4 और बच्‍चों को काल ने अपने आगोश में ले लिया। बच्‍चों की लगातार होती मौत पर आखिर सत्‍ता की नींद टूटी है और अब खबर आ रही है कि केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉक्‍टर हर्षवर्धन स्थिति का जायजा लेने एवं समीक्षा करने के लिए रविवार को मुजफ्फरपुर का दौरा करेंगे।

बच्‍चों की मौत का ये आंकड़ा बढ़ भी सकता है क्‍योंकि सरकारी रूप से ये आंकड़ा सिर्फ दो अस्‍पतालों, श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इस महीने हुई बच्‍चों की मौतों का है।

डॉक्‍टर हर्षवर्धन ने कहा है कि केंद्र सरकार बिहार को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम और जापानी इंसेफलाइटिस के मामलों को रोकने एवं उसके प्रबंधन के लिए हर तरह की मदद मुहैया करा रही है और इसी सिलसिले में वो खुद स्थिति का जायजा लेने मुजफ्फरपुर जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री वहां मौजूद विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता रखने वाले दलों से बातचीत करेंगे और राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक को संबोधित करेंगे। 
केंद्रीय मंत्री ने हाल में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से दो बार मुलाकात की और इस दौरान मुजफ्फरपुर में एईएस के और बिहार के ही गया में जेई के बढ़ते मामलों की खबरों और इन्हें रोकने के लिए जन स्वास्थ्य उपायों पर चर्चा की।

इस बीच बच्‍चों की मौत के बारे में स्थानीय डॉक्‍टरों का कहना है कि ये सभी बच्‍चे हाइपोग्लाइसीमिया के शिकार हुए हैं। यह ऐसी स्थिति है जिसमें ब्लड शुगर का स्तर बहुत घट जाता है और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलित हो जाते हैं। इनमें से ज्यादातर बच्चों की उम्र 10 साल से कम थी।  मुजफ्फरपुर के दो सरकारी अस्पतालों - श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्पताल में इन 67 बच्चों की मौत हुई है।

मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक एसकेएमसीएच में शनिवार को चार बच्चों की मौत हो गई। एक जून से 197 बच्चों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया जबकि केजरीवाल अस्पताल में 91 बच्चों को भर्ती कराया गया। इन सभी को एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम के संदेह में भर्ती कराया गया था लेकिन ज्यादातर हाइपोग्लाइसीमिया के पीड़ित पाए गए। इन दोनों अस्पताल में इलाज करा रहे छह और बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।